मूंगफली लेट लीफ स्पॉट Written on . Posted in Disease.
के बारे में: मूंगफली लेट लीफ स्पॉट, फायोइसारियोप्सिस पर्सोनाटा के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो पत्तियों को प्रभावित करती है, जिससे मौसम के अंत में गंभीर पत्ती गिरावट होती है और 70% तक पैदावार कम हो सकती है।
कहाँ होता है: यह गुजरात, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में प्रचलित है, जो गर्म, गीली परिस्थितियों (25-30 डिग्री सेल्सियस) में पनपता है।
पहचान:
- पुरानी पत्तियों पर प्रभामंडल के बिना बड़े, गहरे भूरे से काले धब्बों की तलाश करें।
- व्यापक पत्ती गिरावट और फली भराई में कमी की जाँच करें।
जैविक उपचार विधि:
- सांस्कृतिक प्रथाएँ: अनाजों के साथ चक्र अपनाएँ, संक्रमित पत्तियों को हटाएँ, और देर से होने वाली बारिश से बचें।
- प्रतिरोधी किस्में: GG 20 जैसी सहनशील किस्में लगाएँ।
- जैविक नियंत्रण: स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस का पत्तियों पर छिड़काव करें।
अजैविक उपचार विधि:
- कवकनाशी: कार्बेन्डाज़िम या एज़ोक्सीस्ट्रोबिन का प्रयोग करें, स्थानीय सुझावों के अनुसार।
- निगरानी: बुआई के 60-80 दिनों बाद, विशेष रूप से आर्द्र मौसम में पत्तियों की जाँच करें।