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मूंगफली लीफ स्पॉट Written on . Posted in Disease.

मूंगफली लीफ स्पॉट

के बारे में: मूंगफली लीफ स्पॉट, सर्कोस्पोरा अराचिडिकोला के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो पत्तियों को प्रभावित करती है, प्रकाश संश्लेषण और फली की पैदावार को 30% तक कम करती है, विशेष रूप से आर्द्र परिस्थितियों में।

कहाँ होता है: यह गुजरात, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में प्रचलित है, जो गर्म, गीले मौसम (25-30 डिग्री सेल्सियस) में पनपता है।

पहचान:

  • पत्तियों पर पीले प्रभामंडल के साथ छोटे, गोल, भूरे धब्बों (अर्ली लीफ स्पॉट) की तलाश करें।
  • समय से पहले पत्ती गिरने और कम पेग बनने की जाँच करें।

जैविक उपचार विधि:

  • सांस्कृतिक प्रथाएँ: अनाजों के साथ चक्र अपनाएँ, अवशेष हटाएँ, और ऊपरी सिंचाई से बचें।
  • प्रतिरोधी किस्में: TAG 24 जैसी प्रतिरोधी किस्में लगाएँ।
  • जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा हार्ज़िएनम का पत्तियों पर छिड़काव करें।

अजैविक उपचार विधि:

  • कवकनाशी: क्लोरोथालोनिल या मैनकोज़ेब का प्रयोग करें, स्थानीय दिशानिर्देशों के अनुसार।
  • निगरानी: बुआई के 30-50 दिनों के बाद, विशेष रूप से बारिश के बाद पत्तियों की जाँच करें।