मूंगफली रूट रोट Written on . Posted in Disease.
के बारे में: मूंगफली रूट रोट, राइज़ोक्टोनिया सोलानी के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो जड़ों और पेग्स को प्रभावित करती है, जिससे पौधे ढह जाते हैं और गीली मिट्टी में फली की पैदावार कम होती है।
कहाँ होता है: यह गुजरात, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में आम है, जो गर्म, नम परिस्थितियों (25-30 डिग्री सेल्सियस) में पनपता है।
पहचान:
- जड़ों और पेग्स पर गहरे भूरे से काले घावों की तलाश करें, अक्सर सड़े हुए ऊतकों के साथ।
- मुरझाने वाले पौधों और अविकसित फलियों की जाँच करें।
जैविक उपचार विधि:
- सांस्कृतिक प्रथाएँ: जल निकासी सुधारें, अधिक सिंचाई से बचें, और फसल अवशेष हटाएँ।
- प्रतिरोधी किस्में: JL 286 जैसी सहनशील किस्में लगाएँ।
- जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा हार्ज़िएनम को मिट्टी में डालें।
अजैविक उपचार विधि:
- कवकनाशी: थायरम या कैप्टन का बीज उपचार के रूप में प्रयोग करें, स्थानीय दिशानिर्देशों के अनुसार।
- निगरानी: फली विकास के दौरान बारिश के बाद जड़ों और पेग्स की जाँच करें।