back to the blog

मूंगफली स्टेम रोट Written on . Posted in Disease.

मूंगफली स्टेम रोट

के बारे में: मूंगफली स्टेम रोट, स्क्लेरोटियम रॉल्फ्सी के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो तनों और पेग्स को प्रभावित करती है, जिससे पौधे मर जाते हैं और गर्म, गीली परिस्थितियों में 40% तक पैदावार कम होती है।

कहाँ होता है: यह आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात में प्रचलित है, जो 25-35 डिग्री सेल्सियस तापमान और उच्च मिट्टी नमी में पनपता है।

पहचान:

  • तने के आधार पर सफेद, कपास जैसे कवक वृद्धि की तलाश करें, जिसमें सरसों के दाने के आकार के स्क्लेरोटिया हों।
  • पेग्स और फलियों के मुरझाने, पीले होने और सड़ने की जाँच करें।

जैविक उपचार विधि:

  • सांस्कृतिक प्रथाएँ: स्क्लेरोटिया को दफनाने के लिए गहरी जुताई करें, जलभराव से बचें, और संक्रमित पौधों को हटाएँ।
  • प्रतिरोधी किस्में: TMV 13 जैसी सहनशील किस्में लगाएँ।
  • जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा वाइराइड या स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस को मिट्टी में डालें।

अजैविक उपचार विधि:

  • कवकनाशी: हेक्साकोनाज़ोल या टेबुकोनाज़ोल का मिट्टी में छिड़काव करें, स्थानीय सुझावों के अनुसार।
  • निगरानी: फूल आने और पेगिंग चरणों में तने के आधार की जाँच करें।