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सरसों स्क्लेरोटिनिया स्टेम रोट Written on . Posted in Disease.

सरसों स्क्लेरोटिनिया स्टेम रोट

के बारे में: सरसों स्क्लेरोटिनिया स्टेम रोट, स्क्लेरोटिनिया स्क्लेरोटियोرم के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो तनों और फलियों को प्रभावित करती है, जिससे पौधे ढह जाते हैं और गीली परिस्थितियों में 50% तक पैदावार कम हो सकती है।

कहाँ होता है: यह पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में प्रचलित है, जो ठंडी, नम परिस्थितियों (15-25 डिग्री सेल्सियस) में पनपता है।

पहचान:

  • तनों पर सफेद, कपास जैसे कवक वृद्धि की तलाश करें, जिसमें बड़े, काले स्क्लेरोटिया हों।
  • प्रभावित क्षेत्रों के ऊपर तने के सफेद होने, मुरझाने और फली सड़न की जाँच करें।

जैविक उपचार विधि:

  • सांस्कृतिक प्रथाएँ: स्क्लेरोटिया को दफनाने के लिए गहरी जुताई करें, घनी बुआई से बचें, और संक्रमित पौधों को हटाएँ।
  • प्रतिरोधी किस्में: RH 749 जैसी सहनशील किस्में लगाएँ।
  • जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा वाइराइड या कोनियोथायेरियम मिनिटन्स को मिट्टी में डालें।

अजैविक उपचार विधि:

  • कवकनाशी: कार्बेन्डाज़िम या बॉस्कालिड का प्रयोग करें, स्थानीय सुझावों के अनुसार।
  • निगरानी: आर्द्र परिस्थितियों में फूल आने और फली बनने के दौरान तनों की जाँच करें।