back to the blog

प्याज बेसल रोट Written on . Posted in Disease.

प्याज बेसल रोट

के बारे में: प्याज बेसल रोट, फ्यूज़ेरियम ऑक्सीस्पोरम f.sp. सेपे के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो जड़ों और बल्ब आधार को प्रभावित करती है, जिससे गर्म परिस्थितियों में भंडारण नुकसान 50% तक हो सकता है।

कहाँ होता है: यह महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में पाया जाता है, जो गर्म मिट्टी (25-30 डिग्री सेल्सियस) में पनपता है।

पहचान:

  • बल्ब आधार पर पीली और मुरझाने वाली पत्तियों के साथ गुलाबी-सफेद सड़न की तलाश करें।
  • सूखी, सड़ी जड़ों और नरम, गूदेदार बल्बों की जाँच करें।

जैविक उपचार विधि:

  • सांस्कृतिक प्रथाएँ: अनाजों के साथ चक्र अपनाएँ, अच्छी तरह से निकासी वाली मिट्टी का उपयोग करें, और संक्रमित बल्बों को हटाएँ।
  • प्रतिरोधी किस्में: एग्रीफाउंड डार्क रेड जैसी सहनशील किस्में लगाएँ।
  • जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा वाइराइड को मिट्टी में डालें।

अजैविक उपचार विधि:

  • कवकनाशी: कार्बेन्डाज़िम या बेनोमिल का मिट्टी में छिड़काव करें, स्थानीय सुझावों के अनुसार।
  • निगरानी: कटाई और भंडारण के दौरान बल्बों में बेसल सड़न की जाँच करें।