पालक डाउनी मिल्ड्यू Written on . Posted in Disease.
के बारे में: पालक डाउनी मिल्ड्यू, पेरोनोस्पोरा फारिनोसा के कारण होने वाली एक ऊमाइसीट रोग है, जो पत्तियों को प्रभावित करती है, जिससे ठंडी, गीली परिस्थितियों में गुणवत्ता और पैदावार 50% तक कम हो सकती है।
कहाँ होता है: यह हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में प्रचलित है, जो 10-20 डिग्री सेल्सियस तापमान और उच्च आर्द्रता में पनपता है।
पहचान:
- ऊपरी पत्ती सतहों पर पीले धब्बों की तलाश करें, नीचे की ओर धूसर-सफेद फफूंदी वृद्धि के साथ।
- पत्ती मुड़ने और पौधे की शक्ति में कमी की जाँच करें।
जैविक उपचार विधि:
- सांस्कृतिक प्रथाएँ: घनी बुआई से बचें, संक्रमित पत्तियों को हटाएँ, और हवा संचलन सुधारें।
- प्रतिरोधी किस्में: ऑल ग्रीन जैसी प्रतिरोधी किस्में लगाएँ।
- जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा वाइराइड का पत्तियों पर छिड़काव करें।
अजैविक उपचार विधि:
- कवकनाशी: मेटालैक्सिल या मैनकोज़ेब का प्रयोग करें, स्थानीय सुझावों के अनुसार।
- निगरानी: आर्द्र मौसम में वनस्पति वृद्धि के दौरान पत्तियों की जाँच करें।