back to the blog

पालक लीफ स्पॉट Written on . Posted in Disease.

पालक लीफ स्पॉट

के बारे में: पालक लीफ स्पॉट, अल्टरनारिया प्रजाति के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो पत्तियों को प्रभावित करती है, जिससे गर्म, गीली परिस्थितियों में गुणवत्ता और बाजार योग्य पैदावार 30% तक कम हो सकती है।

कहाँ होता है: यह पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र में पाया जाता है, जो 20-30 डिग्री सेल्सियस तापमान और लगातार बारिश में पनपता है।

पहचान:

  • धूसर केंद्रों के साथ छोटे, गहरे भूरे से काले धब्बों की तलाश करें।
  • गंभीर मामलों में पत्ती पीली होने और समय से पहले गिरने की जाँच करें।

जैविक उपचार विधि:

  • सांस्कृतिक प्रथाएँ: गैर-मेजबान फसलों के साथ चक्र अपनाएँ, अवशेष हटाएँ, और ऊपरी सिंचाई से बचें।
  • प्रतिरोधी किस्में: पूसा ज्योति जैसी सहनशील किस्में लगाएँ।
  • जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा हार्ज़िएनम का प्रयोग करें ताकि कवक वृद्धि रुके।

अजैविक उपचार विधि:

  • कवकनाशी: मैनकोज़ेब या क्लोरोथालोनिल का प्रयोग करें, स्थानीय दिशानिर्देशों के अनुसार।
  • निगरानी: वृद्धि के दौरान बारिश के बाद पत्तियों की जाँच करें।