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तरबूज फ्यूसेरियम विल्ट Written on . Posted in Disease.

तरबूज फ्यूसेरियम विल्ट

के बारे में: तरबूज फ्यूसेरियम विल्ट, फ्यूज़ेरियम ऑक्सीस्पोरम f.sp. निवेम के कारण होने वाली एक कवक रोग है, जो जड़ों और संवहनी तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे गर्म मिट्टी में मुरझान होता है और 80% तक पैदावार कम हो सकती है।

कहाँ होता है: यह राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में प्रचलित है, जो 25-35 डिग्री सेल्सियस तापमान में पनपता है।

पहचान:

  • पत्तियों के एकतरफा मुरझाने की तलाश करें, जो पूरे पौधे के ढहने तक बढ़ता है।
  • जड़ों और तनों में भूरे संवहनी रंग परिवर्तन की जाँच करें।

जैविक उपचार विधि:

  • सांस्कृतिक प्रथाएँ: गैर-ककुर्बिट फसलों के साथ चक्र अपनाएँ, उठे हुए बेड का उपयोग करें, और प्रतिरोधी रूटस्टॉक पर ग्राफ्ट करें।
  • प्रतिरोधी किस्में: शुगर बेबी जैसी प्रतिरोधी किस्में लगाएँ।
  • जैविक नियंत्रण: ट्राइकोडर्मा हार्ज़िएनम को मिट्टी में डालें।

अजैविक उपचार विधि:

  • कवकनाशी: कार्बेन्डाज़िम या बेनोमिल का मिट्टी में छिड़काव करें, स्थानीय सुझावों के अनुसार।
  • निगरानी: वनस्पति वृद्धि के दौरान पौधों में मुरझान की जाँच करें।